विश्व सामाजिक न्याय दिवस: जानें इसका इतिहास और महत्व |
विश्व सामाजिक न्याय दिवस
विश्व सामाजिक न्याय दिवस हर साल 20 फरवरी को मनाया जाता है।इसका मुख्य उदेश्य सामाजिक न्याय को बढ़ावा देना।इसमें गरीबी, बहिष्कार, लैंगिक असमानता, बेरोजगारी, मानवाधिकार, और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दे शामिल होते हैं।ताकि समाज में प्रत्येक व्यक्ति अपने मानवाधिकारों और आत्मसम्मान के साथ जीवन बिताये। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना और सामाजिक न्याय को आदर्श मानना।
"World Social Justice Day: History and Significance"
विश्व सामाजिक न्याय दिवस का इतिहास :
- विश्व सामाजिक न्याय दिवस (World Day of Social Justice) हर वर्ष 20 फरवरी को मनाया जाता है।
- 1995 में, कोपेनहेगन, डेनमार्क में विश्व सामाजिक विकास के लिए विश्व शिखर सम्मेलन हुआ, जिससे कोपेनहेगन घोषणा और कार्यक्रम आया।
- 2005 में, न्यूयॉर्क सिटी में, संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों ने कोपेनहेगन घोषणा और कार्यक्रम की समीक्षा की।
- 26 नवंबर, 2007 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने घोषणा की कि महासभा के साठवें सत्र से शुरू होकर, 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
महत्व:
- विश्व सामाजिक न्याय दिवस एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय दिवस है जो समाज में न्याय, समानता, और असमानता के मुद्दों पर ध्यान देने के लिए मनाया जाता है।
- इस दिवस का महत्व यह है कि यह समाज को समर्थ बनाता है ताकि वह असमानता, भेदभाव, और अन्याय के खिलाफ लड़ सके।
उद्देश्य:
- इस दिन का मुख्य उद्देश्य समाज में सामाजिक न्याय को प्रोत्साहित करना है, ताकि हर व्यक्ति को उसके अधिकारों और सुविधाओं का उपयोग करने का अवसर मिल सके।
- इस दिन के माध्यम से, लोगों को जागरूक किया जाता है कि समाज में सामाजिक न्याय की आवश्यकता है और वे इसके लिए कैसे योगदान कर सकते हैं।
- इस दिवस के माध्यम से सामाजिक रूप से एकीकृत समाज का निर्माण हो सकता है, जिसमें सभी व्यक्ति बराबरी, समानता, और न्याय के साथ रह सकते हैं।
सामाजिक योगदान :
सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना उन लोगों की जिम्मेदारी होनी चाहिए जिन्हें इसकी सुविधा है। हमें एक ऐसी दुनिया बनाने का प्रयास करना चाहिए जहां सामाजिक न्याय एक आदर्श हो।