"सेना उप प्रमुख (Army Vice Chief) के रूप में जनरल उपेन्द्र द्विवेदी नियुक्त होंगे "
भारतीय सेना में नया सेना उप प्रमुख का नियुक्ति
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को भारतीय सेना के वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्हें 15 फरवरी को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
उनके साथ ही, लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार को उत्तरी कमान के चीफ के रूप में नया दायरा सौंपा गया है।
यह आंतरिक फेरबदल भारतीय सेना के नेतृत्व में नए दिशानिर्देश और समर्थन का आधार रखेगा। इससे सेना की ताकत और प्रगति में मदद मिलेगी। 🇮🇳
यह भी जाने : -
1. 7th February 2024 Daily Current Affairs
2. Explore Indian geography with MCQs
3. 6th February 2024 Today Current Affairs
4. January 2024 Monthly Current Affairs
उपेन्द्र द्विवेदी का जीवन परिचय:
शैक्षिक प्रारंभिकता:
- उपेन्द्र द्विवेदी ने सैनिक स्कूल रीवा और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला से अपनी शिक्षा प्राप्त की।
सेना में योगदान:
- उन्हें 15 दिसंबर 1984 को भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से जम्मू और कश्मीर राइफल्स की 18 वीं बटालियन में नियुक्ति दी गई।
- उन्होंने ऑपरेशन रक्षक के दौरान असम राइफल्स के एक सेक्टर की कमान संभाली।
पिछली नियुक्तियाँ:
- उन्हें भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षक के रूप में कार्य किया।
- उन्हें 2020 में IX कोर का कमांडर नियुक्त किया गया था। अप्रैल 2021 में, सेना स्टाफ (सूचना प्रणाली और समन्वय) के उप प्रमुख के रूप में भी उन्हें नियुक्त किया गया।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को किस पद के रूप में नियुक्त किया गया है?
उपेंद्र द्विवेदी को भारतीय सेना के वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के रूप में नियुक्त किया गया है।
उपेंद्र द्विवेदी को किस दिन वाइस चीफ ऑफ आर् पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी?
उन्हें 15 फरवरी को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र को किस पद के रूप में नया दायरा सौंपा गया है?
उन्हें नया दायरा उत्तरी कमान के चीफ के रूप में सौंपा गया है।
राजस्थान का एकीकरण कितने चरणों में हुआ ?
"राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया 1948 से 1956 तक सात चरणों में समाप्त हुई। 30 मार्च 1949 को, तत्कालीन राजपूताना की 19 रियासतों और तीन चीफशिप वाले क्षेत्रों को समृद्ध करके राजस्थान का गठन हुआ। इस एकीकरण में कुल 8 वर्ष 7 माह 14 दिन या 3144 दिन लगे। यह प्रक्रिया राजस्थान को एक समृद्ध और एकीकृत राज्य के रूप में स्थापित करने में सफल रही।"